गुना। गुलाबगंज कै ंट में हायरसेकंडरी पास करने के बाद एमएल प्रजापति अंग्रेजी दवाईयों से अपने क्लीनिक में मरीजों का इलाज करते है। वह कहते है 20 साल की उम्र से मरीजों का इलाज अपने क्लीनिक पर कर रहे है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की माने तो शहर में 250 से अधिक फर्जी डॉक्टरों की दुकानें संचालित है, लेकि न जब टीम छापा मारने पहुंचती है, तो यह गायब हो जाते है। सबसे अहम बात तो यह है कि छह महीने पहले फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए टीमों का गठन भी कर दिया गया। इसके बाद भी शहर के फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई।
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के आंकड़ों के बाद फर्जी डॉक्टरों की दुकानों की ग्राउंड रिपोर्ट तैयार की है। हालात यह थे कि हायरसेकंडरी पास करने के बाद 20 साल की उम्र में डॉक्टर बने एमएल प्रजापति का कहना है कि उन्हें अंग्रेजी दवाईयों से मरीजों का इलाज करने का अधिकार नहीं है, लेकि न अपनी रोजी-रोटी के चलते वह हर रोज 50 से अधिक मरीजों का इलाज करते है। उनका कहना था कि शहर में 250 से अधिक फर्जी डॉक्टरों की दुकानें संचालित है, लेकि न स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आज तक कार्रवाई नहीं की। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अफसर ही कुछ बता सकते है।
जान गई, जांच में आज तक नहीं हुआ फै सला
राघौगढ़ क्षेत्र में फर्जी डॉक्टर की दुकान पर इलाज कराने पहुंचे एक मरीज की दो माह पहले जान चली गई थी। जांच सीएमएचओ डॉ. पी बुनकर ने करवाई, लेकि न आज तक किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। उधर फर्जी डॉक्टर ने खुलासा करते हुए कहा कि शहर में आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक की डिग्री हासिल करने वाले कुछ लोग अंग्रेजी दवाईयों से इलाज कर रहे है।
रिपोर्ट भी भेजी, कार्रवाई नहीं हुई
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि शहर में संचालित फर्जी डॉक्टरों की रिपोर्ट आज से तीन साल पहले मुख्य चिकि त्सा अधिकारी कार्यालय में पहुंची थी। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं की गई। उधर सीएमएचओ डॉ. पी बुनकर का कहना है कि शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जा रही है। इसको लेकर टीमों का गठन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिले के सभी बीएमओ ने फर्जी डॉक्टरों की जानकारी नहीं दी है, इसको लेकर नोटिस भी जारी कि ए जा रहे है।