गुना। जिला अस्पताल में पहली बार मरीजों के लिए 10 बिस्तर का आईसीयू वार्ड एक अप्रैल से शुरु हो जाएगा। अभी तक अस्थाई तौर पर चार मरीजों के लिए आईसीयू वार्ड बनाया गया था। कलेक्टर ने टीबी अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड शिफ्ट कि या जाए। वहीं इंजीनियर को फटकार लगाते हुए उन्होंने कहा कि आप लोग मुझे पिछले एक साल में 150 बिस्तर वाले वार्ड का नक्शा तक उपलब्ध नहीं करा सके । मैं बार-बार नक्शा मांग रहा हूं। जिला अस्पताल में अधूरे पड़े निर्माण कार्यों को लेकर भी कलेक्टर ने नाराजगी जताई। डिप्टी कलेक्टर नेहा सोनी शनिवार से हर रोज जिला अस्पताल में जाकर मरम्मत कार्यों की मॉनीटरिंग करेंगी।
जिला अस्पताल में शुक्रवार की शाम को कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार और डिप्टी कलेक्टर नेहा सोनी पहुंची। इस दौरान जिला अस्पताल में चल रहे निर्माण और मरम्मत कार्यों की समीक्षा बैठक की। कलेक्टर ने जिला अस्पताल के निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक बंद कमरे में की। कलेक्टर ने कहा कि टीबी अस्पताल की ओपीडी पुरानी बिल्डिंग में शिफ्ट कर दी जाए। साथ ही उन्होंने कोराना वायरस को लेकर तैयारियों की जानकारी ली।
इंजीनियर नहीं बता पाए नक्शा, कलेक्टर बोले कहां बनाओंगे वार्डः
जिला अस्पताल परिसर में 20 करोड़ की लागत से 150 बिस्तर के वार्ड का निर्माण होना है। इसको लेकर कलेक्टर ने जब इंजीनियर से नक्शा मांगा, तो वह नहीं दे पाए। साथ ही अस्पताल परिसर में वार्ड के निर्माण को लेकर जानकारी भी ली। उसके बाद कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले एक साल से नक्शा मांग रहे हैं कि 150 मरीजों के लिए वार्ड कहां बनेगा। आप लोग यह भी नहीं बता पा रहे है।
डिप्टी कलेक्टर आज से करेंगी पेडिंग निर्माण कार्यों की मॉनीटरिंगः
जिला अस्पताल में पिछले एक साल से से अधूरे पड़े निर्माण कार्यों की पेडेंसी की मॉनीटरिंग शनिवार से डिप्टी कलेक्टर नेहा सोनी करेंगी। कलेक्टर ने निर्देश देते हुए कहा कि डिप्टी कलेक्टर हर रोज शाम को छह बजे जाकर जिला अस्पताल के निर्माण और मरम्मत कार्यों की मॉनीटरिंग करने के बाद रिपोर्ट सौंपेगी। इस दौरान कलेक्टर ने सिविल सर्जन से कहा कि आपको पिछली विजिट पर जो काम बताए थे, वह भी आज तक पूरे नहीं हुए।
बिजली का ठेका 67 लाख का पर काम नहीं दिख रहाः
कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने जिला अस्पताल का निरीक्षण कि या, तो सामने आया कि बिजली की फिटिंग एक साल में नहीं हुई है। कलेक्टर ने इंजीनियर से कहा कि आपका काम दिखाई नहीं दे रहा है, पर 67 लाख बिजली फिटिंग में कहां खर्च कर दिए। इंजीनियर ने कहा कि वह जल्द ही बिजली फिटिंग का काम शुरु कर देगा। वहीं दूसरी ओर जिला अस्पताल में हर साल 20 लाख रुपये मरम्मत कार्य पर खर्च कि ए जाते है, उसकी जानकारी भी कलेक्टर ने मांगी।
अब इमरजेंसी के मरीजों को वार्ड में नही करेंगे शिफ्टः
जिला अस्पताल में अभी तक इमरजेंसी वार्ड नहीं था, कलेक्टर ने टीवी वार्ड का निरीक्षण करने के बाद कहा कि इमरजेंसी वार्ड यहां शिफ्ट कि या जाए। सिविल सर्जन ने टीबी अस्पताल में 10 दिन के भीतर इमरजेंसी वार्ड शिफ्ट करने की बात कही। कलेक्टर ने जिला अस्पताल परिसर में मरीजों के अंटेडरों के लिए पार्क के निर्माण को लेकर भी दिशा निर्देश दिए।
ऑक्सीजन की वार्ड में बिछाई जाएगी लाइन, एक साथ 10 मरीज होंगे शिफ्टः
जिला अस्पताल में अभी तक अस्थाई आईसीयू वार्ड में मरीजों को भर्ती कि या जाता था, कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने जिला अस्पताल में 10 बिस्तर वाला आईसीयू वार्ड खोलने के निर्देश दिए। सिविल सर्जन डॉ एसके श्रीवास्तव ने कहा कि एक अप्रैल तक जिला अस्पताल को स्थाई आईसीयू वार्ड मिल जाएगा।