ग्वालियर। कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को रखने के लिए शहर व आसपास के क्षेत्र में स्थित 6 अस्पतालों में आईसोलेशन वार्ड बनाए गए। कुछ स्थानों पर तो बेहतर व्यवस्था की गई पर कुछ स्थानों पर वार्ड में केवल पलंग डालकर रखे गए। जिन पर चादर तक मौजूद नहीं थी। जब नईदुनिया ने तीन अस्पतालों का रियल्टी चेक किया तो जिला अस्पताल और बिरला अस्पताल में बने आईसोलेशन वार्ड सभी संसाधनों के साथ सुसज्जित मिले जबकि एमपीसीटी कॉलेज में बनाए गए आईसोलेशन वार्ड में केवल पलंग डाले गए थे। वार्ड में संसाधन तो छोड़िए बेड पर चादर तक मौजूद नहीं थी। ऐसे देखा जा सकता है कि मरीज को रखने के इंतजाम कहां तक सही किए गए हैं। उधर कोरोना वायरस को लेकर मेडिकल कॉलेज में कार्यशाला का आयोजन किया गया।जिसमें कार्यशाला कोरोना वायरस से बचाव व लक्षण के बारे में बताया गया। इसके साथ मीजल्स रुवेला की भी जानकारी दी गई। कार्यशाला में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर, डब्ल्यूएचओ के अधिकारी व अन्य कर्मचारी शामिल हुए।
आईसोलेशन वार्ड में यह सामान मिला-
जिला अस्पताल और बिरला अस्पताल में बनाया गया दो बेड का आईसोलेशन वार्ड में ऑक्सीजन सिलेंडर, पल्स मीटर,किट, दवा, मास्क रखे गए हैं। जबकि बिरला अस्पताल में वेन्टीलेटर भी लगाया गया है। जबकि एमपीसीटी कॉलेज के आईसोलेशन वार्ड में न तो ऑक्सीजन सिलेंडर रखा गया था न हीं अन्य कोई संसाधन मौजूद था।
टेकनपुर में दिया प्रशीक्षण-
सिविल सर्जन डॉ डीके शर्मा, डॉ एनएस राना ने टेकनपुर आर्मी हॉस्पिटल में स्टाफ को कोरोना वायरस के मरीज के इलाज में सावधानी बरतने संबंधी ट्रेनिंग दी। डॉ डीके शर्मा ने बताया कि मरीज को किस तरत से रखना है तथा उसके इलाज के दौरान क्या क्या सावधानियां बरतनी हैं।