ग्वालियर। जयारोग्य अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग में एक मरीज का ऑपरेशन कर पैर कटने बचा लिया गया। डॉक्टरों ने वाएं पैर की नस में तार डालकर दाएं पैर की नस का ब्लॉक खोल दिया। जबकि ऐसे केस में पैर की नस का ब्लॉक नहीं खुलता तो पैर काटना पड़ता है। सालोन दतिया के रहने वाले हरिदास महते 55 साल के दाएं पैर ने अचानक से 15 जनवरी को काम करना बंद कर दिया। परिजनों को लगा कि पैरालायसिस अटेक हुआ है। परिजन हरिदास को लेकर डॉ दिनेश उदैनिया के पास पहुंचे। उन्होंने इलाज करने के साथ कार्डियोलॉजी विभाग के डॉ राम रावत को दिखाने की सलाह दी। परिजनों ने भी बिना समय गंवाए हरिदास को डॉ राम रावत को दिखाया। उन्होंने मरीज की एंजोग्राफी की तो पता चला कि उसके दिल की एक नस में भी ब्लॉक है तथा दाएं पैर की नस ब्लॉक होने से पैर ने काम करना बंद कर दिया था। तब उन्होंने पहले पैर की नस का ब्लॉक खोलने के लिए कहा । जिसके बाद वाएं पैर की जांघ में कट लगाकर नस से तार डालकर दाएं पैर की नस का ब्लॉक खोल दिया। हरिदास अब पूरी तरह से स्वास्थ्य हैं ,अब उनका अगला ऑपरेशन में दिल की नस का ब्लॉक खोला जाएगा। हरिदास का इलाज आयुष्मान के तहत हुआ इसलिए उन्हें एक पैसा खर्च भी नहीं करना पड़ा।
पैर की नस में ब्लॉक था। ऐसे केस में पैर काटना पड़ता है लेकिन तार की मदद से नस का ब्लॉक खोला गया। अब मरीज पूरी तरह से सुरक्षित है।
डॉ राम रावत , कार्डियक विभाग जयारोग्य अस्पताल