अशोकनगर / अक्सर आपने सड़कों पर एक साइन बोर्ड देखा होगा। पापा घर जल्दी आना हम इंतजार कर रहे हैं। हादसों को रोकने के लिए इस स्लोगन की शुरूआत हुई और परिणाम भी अच्छे आए। आज हम कोरोना के खिलाफ इसी सोच को आगे ले जा रहे हैं। जिसमें बच्चे इस अभियान के बड़े योद्धा बन सकते हैं। बच्चों आज से जब भी आपके पापा घर से बाहर निकलें, उन्हें आप टोकना जरुर और कहना कि पापा भीड़ से दूर रहना, हमें आपके साथ खेलना है। देखिएगा आपकी यह भावुक अपील कोरोना के खिलाफ बड़ी सार्थक होगी। इसलिए आज से आपको देश का नन्हा सिपाही बनना है और पापा को टोकना है।
घर के बाहर हाथ धुलवाइए
पापा, मम्मी या कोई भी अन्य आपके घर पर आता है तो सबसे पहले उसके साथ धुलवाइए। आज से ही घर के बाहर पानी, साबुन और सेनेटराइजर रखिए। इसके बाद ही उन्हें अंदर आने दीजिए। आप बच्चे हैं इसलिए आपकी बात को कोई नहीं टालेगा।
वेस्ट से बेस्ट
आपने बेकार चीजों से बेस्ट चीजें बनाई होगी। आज भी किसी की शादी का पुराना कार्ड लीजिए। उसकी खाली साइड पर 20 बार यह लाइनें लिखिए। दिन में 20 बार अपने हाथ धोइए, दिन में 20 बार अपने हाथ धोइए और घर में ऐसी जगह लगाएं, जहां सबकी नजर पड़ती हो।
जिद नहीं करनी
हो सकता है आपकी फरमाइशें हों। चॉकलेट, आइसक्रिम, बाहर घूमना, खेलना आदि। थोड़ी दिक्कत होगी, लेकिन कुछ दिन के लिए इन्हें बंद कर दीजिए। पापा को यही कहना है कि आपको कुछ नहीं लाना। बस, जल्दी घर आना, क्योंकि पापा इन्हें ले जाएंगे तो भीड़ में भी जाना पड़ेगा।